डेलॉयट के अनुसार अनुमान आया है कि,आर्थिक वर्ष 2025 में 6.5 से 6.8% की दर से भारतीय GDP निरंतर आगे बढ़ेंगी भारतीय अर्थव्यवस्था।
Indian economy भारतीय अर्थव्यवस्था
एक बहुत ही अच्छी सूचना मार्केट में आई है। डेलॉयट के अनुसार अनुमान आया है कि,आर्थिक वर्ष 2025 में 6.5 से 6.8% की दर से भारतीय GDP निरंतर आगे बढ़ेंगी।
आर्थिक मामलों से जुड़े विभाग DEA में सचिव अजय सेठ ने बताया कि हमारी दूसरी तिमाही में 5.4% की GDP में वृद्धि अनुमान के मुताबिक थोड़ी कम है परंतु दूसरी छमाही और बेहतर रहने का हमे अभी बहुत भरोसा है।
indian economy भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही अच्छी खबर सामने आई है।

बहुत अच्छी मजबूत अपनी घरेलू मांग के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था में जल्दी ही तेजी लौटेगी और चालू वित्त साल में भारतीय GDP 6.5 से बढ़कर 6.8 % तक जल्दी ही पहुचेंगी ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। आने वाले अगले वित्त वर्ष (2025-26) में हमारी सकल घरेलू उत्पाद GDP की वृद्धि दर में कुछ अधिक यानी 6.7 से 7.3 % तक होने की संभावना रहेगी।
Daylight India के महान अर्थशास्त्री
रुमकी मजूमदार ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में GDP वृद्धि दर लगाए हुए अनुमान से थोड़ी कम रही है। क्योंकि हमारे यह चुनाव को लेकर अनिश्चितताओं के साथ साथ भारी बारिश और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों में आये परिवर्तन से घरेलू मांग के साथ हमारा निर्यात बहुत प्रभावित हुआ था।
उन्होंने आगे कहा हालांकि, कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जिनमें भारत बहुत तेजी के साथ पहले से ज्यादा जुझारू क्षमता दिखा रहा है। इनमें उपभोग की दशा या सेवाओं की वृद्धि, निर्यात में उच्च मूल्य वाले विनिर्माण की तेजी से बढ़ती हिस्सेदारी के साथ साथ पूंजी बाजार भी इसमें शामिल हैं।
Infrastructure development पर भारत सरकार का जोर
Daylight इंडिया ने कहा कि भारत सरकार द्वारा लगातार तेजी से बुनियादी ढांचे का विकास digitalization पर ध्यान देने के साथ अब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश FDI को आकर्षित करने के उपायों से हमारी दक्षता में भी सुधार होगा जिससे वृद्धि को बढ़ावा मिल रहा है।
मजूमदार ने कहा कि अभी हम सतर्कता के साथ आशावादी भी बने हुए हैं। आगे यह भी उम्मीद जताई जा रही हैं कि अभी के चालू वित्त वर्ष में प्रतिशत वृद्धि की दर 6.5 से 6.8% के बीच ही रहेगी।
आने वाले अगले वित्त वर्ष में
यह प्रतिशत 6.7 से 7.3 के बीच होंगा ऐसी उम्मीद है। इस महीने के शुरुआती समय में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष के अपने वृद्धि दर के होने वाले अनुमान को घटाकर 6.6 % कर दिया था। जून में RBI ने अपनी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने तक का अनुमान भी लगाया था।
भारतीय अर्थव्यवस्था की अच्छी स्थिति का कारण

Daylight ने कहा कि उच्च मूल्य वाले विभागो में जैसे कि electronic, semiconductor और chemical जैसे बड़े क्षेत्रों में विनिर्माण निर्यात वैश्विक मूल्य श्रृंखला में भारत ने अपनी बढ़ती मजबूत स्थिति को सुव्यवस्थित रूप से दर्शाया है।
इन सब स्थिति के बीच, खुदरा और घरेलू संस्थाओ के द्वारा निवेशकों की बढ़ती हुई भागीदारी के कारण से स्थानीय पूंजी बाजारों में स्थिरता लेकर आई जो कि पूर्व रूप से हमे देखने को मिली है। परन्तु, पिछले ढाई महीने में विदेशी संस्थाओ के निवेशकों (FDI) ने भारत के शेयर बाजारों में बहुत ही जबर्दस्त बिक्री को बढ़ावा दिया है।
मैन्युफैक्चरिंग और भु-खनन के क्षेत्र
आपको पता हो कि मैन्युफैक्चरिंग और भु-खनन के क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन रहने के कारण अभी के चलते चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर भी लगभग दो साल के सबसे निचले स्तर 5.4 % पर आ गई थी।
हालांकि फिर भी भारत दुनिया में सबसे तेज गति के साथ बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनते जा रहा है। अभी एक वर्ष पहले की समान अवधि में हमारे देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 8.1% की भारी वृद्धि भी देखी की गई थी।
इसी प्रकार अप्रैल से लेकर जून तक इस वर्ष 2024 की तिमाही तक यह वृद्धि 6.7% थी। जो कि बहुत ही अच्छी बात है।